Kunal Kemmu Trolled: देशभक्ति या मजबूरी? कुणाल खेमू की लेट पोस्ट पर सोशल मीडिया में मचा हंगामा!

Kunal Kemmu Trolled: पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जबरदस्त तनाव देखने को मिला है। भारत ने इस हमले का करारा जवाब ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए दिया है जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है। कई बॉलीवुड सितारों ने भी इस ऑपरेशन की सराहना की लेकिन कुछ ऐसे भी सेलेब्स हैं जिन्होंने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी। इन्हीं में से एक हैं अभिनेता कुणाल खेमू। उन्होंने अब सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी लेकिन लोग इस देर से आई पोस्ट को लेकर उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
भावनात्मक पोस्ट से जताई देशभक्ति
कुणाल खेमू ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कई गहरी बातें लिखीं। उन्होंने कहा कि डर, दिल टूटना, बेचैनी, हार, जीत, उलझन, एकता, बहादुरी और गुस्सा अब सामान्य होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि भले ही ये घटनाएं हर किसी को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करतीं लेकिन भावनात्मक रूप से हम सभी इससे जुड़ जाते हैं। कुणाल ने लिखा कि इस तरह की घटनाएं सबको अपनी ही तरह से झकझोरती हैं। उन्होंने आगे कहा कि जान का नुकसान और लोगों में फैला डर कभी नहीं भुलाया जा सकता और ऐसे आतंक को जवाब देना ज़रूरी है।
View this post on Instagram
सेना और नेताओं की तारीफ के साथ दी कड़ी चेतावनी
कुणाल ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए इसे आतंक के खिलाफ सही कदम बताया। उन्होंने भारतीय सेना और देश के नेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने देश की रक्षा ही नहीं की बल्कि ये भी साबित किया कि भारत सम्मान देना जानता है लेकिन अगर कोई सिर पर चढ़ने की कोशिश करेगा तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। कुणाल ने लिखा कि हमें एक-दूसरे से मतभेद हो सकते हैं लेकिन अगर कोई बाहरी हम पर ऊंगली उठाएगा तो हम एकजुट होकर उसका जवाब देंगे। उन्होंने लिखा ‘जय हिंद, जय हिंद की सेना’।
देर से बोलने पर सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक
हालांकि कुणाल की पोस्ट भावनात्मक थी लेकिन सोशल मीडिया पर उन्हें देर से बोलने के लिए खूब ट्रोल किया गया। लोगों ने उनके पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि अब बहुत देर हो चुकी है। एक यूज़र ने लिखा “बहुत कम और बहुत देर से आया पोस्ट”। एक और ने तंज कसते हुए पूछा “कौन सी फिल्म रिलीज़ होने वाली है भाई?” कई यूज़र्स का कहना था कि ये बयान ट्रोलिंग से बचने के लिए दिया गया है ना कि सच्ची भावना से। लोगों ने यह भी कहा कि अगर वाकई देश की चिंता होती तो तुरंत बोलते ना कि माहौल देखकर।